xposat ISRO mission 2024, xposat launch date and time : चंद्रयान और सूर्य यान की सफलता के साथ इसरो का बड़ा कारनामा जानिए पूरी खबर
नए सीमाओं की खोज: xposat ISRO mission समस्त ब्रह्मांड के रहस्यों को प्रकाशित करने के लिए सेट
XPoSAT Launch news :
नए साल के मौके पर ISRO अपना नया मिशन X-ray Polarimeter Satellite, XPoSat को लांच करने जा रहा है। यह मिशन सिर्फ भारत का पहला डेडिकेटिज पोलारिमेट्री मिशन ही नहीं, बल्कि 2021 में लॉन्च किए गए नासा के इमेजिंग एक्स-रे पोलारिमेट्री एक्सप्लोरर (IXPE) के बाद दुनिया का दूसरा है।इस मिशन के जरिए ISRO अंतरिक्ष में एक्स-रे स्रोतों के तीव्र ध्रुवीकरण की जांच करेगा।
ब्रह्मांडीय चमत्कार का अनावरण: ISRO Xposat Mission Takes Center Stage
Title | Description |
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अंतरिक्ष खोज की सीमाओं की खोज | अंतरिक्ष अन्वेषण के लगातार विकसित हो रहे क्षेत्र में, ISRO (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) ने एक बार फिर अपने अभूतपूर्व XPoSat mission के साथ दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है। यह ब्रह्मांडीय प्रयास ब्रह्मांड के रहस्यों को जानने की हमारी खोज में एक महत्वपूर्ण छलांग है। |
सितारों के रहस्यों को खोलना | XPoSat, एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट का संक्षिप्त रूप, सिर्फ एक अन्य उपग्रह नहीं है; यह एक अत्याधुनिक वेधशाला है जिसे ब्रह्मांडीय एक्स-रे स्रोतों का निरीक्षण करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जैसे ही यह पृथ्वी की परिक्रमा करता है, इस तकनीकी चमत्कार का उद्देश्य ब्रह्मांड में सबसे ऊर्जावान घटनाओं में अभूतपूर्व अंतर्दृष्टि प्रदान करना है। |
एक्स-रे क्यों मायने रखता है | दृश्य प्रकाश के विपरीत, एक्स-रे में घने पदार्थ को भेदने की शक्ति होती है, जिससे वैज्ञानिकों को उन क्षेत्रों में झाँकने की अनुमति मिलती है जो कभी अस्पष्ट थे। यह क्षमता ब्लैक होल, न्यूट्रॉन सितारों और एक्स-रे उत्सर्जित करने वाली अन्य रहस्यमय खगोलीय वस्तुओं को समझने की नई संभावनाएं खोलती है |
XPoSat के पीछे तकनीकी सरलता | तकनीकी उत्कृष्टता के प्रति इसरो की प्रतिबद्धता एक्सपोसैट मिशन की जटिलताओं में प्रदर्शित होती है। इसके अत्याधुनिक एक्स-रे डिटेक्टरों से लेकर इसके सटीक कैलिब्रेटेड उपकरणों तक, उपग्रह के हर पहलू को सटीकता और नवीनता के साथ तैयार किया गया है। |
अंतरिक्ष खोज में वैश्विक सहयोग | XPoSat केवल एक राष्ट्रीय उपलब्धि नहीं है; यह वैश्विक सहयोग की शक्ति का प्रमाण है। इसरो ने वैज्ञानिक ज्ञान की खोज में सीमाओं से परे एक सहयोगी भावना को बढ़ावा देने के लिए अग्रणी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसियों के साथ साझेदारी की है। |
ब्रह्मांड का तालाबंदी: XPoSat Launch date and time का खुलासा
1 जनवरी को इसरो बड़ा तोहफा देने जा रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने घोषणा की है कि एक्सपोसैट (XPoSat) मिशन पोलर सैटेलाइट लॉ़न्च व्हीकल (पीएसएलवी) का उपयोग करके सुबह 9:10 बजे लॉन्च होगा। XPoSat, 1 जनवरी 2014 को लॉन्च होगा और ये भारत का पहला polarimetry mission होगा।
Neutron Stars की जांच करने का mission :
यह मिशन एक्स किरणों का डेटा कलेक्ट करके ब्लैक होल और न्यूट्रॉन तारों की स्टडी करेगा. XPoSat सेटेलाइट का लक्ष्य ब्रह्मांड में 50 सबसे चमकीले ज्ञात स्रोतों का अध्ययन करना है, जिसमें पल्सर, ब्लैक होल एक्स-रे बायनेरिज़, सक्रिय गैलेक्टिक नाभिक, न्यूट्रॉन सितारे और गैर-थर्मल सुपरनोवा अवशेष शामिल हैं। यह स्पेक्ट्रोस्कोपिक और टाइमिंग डेटा को ध्रुवीकरण की डिग्री और कोणसे जोड़ देगा।
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