रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में इस हफ्ते बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार बुधवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करने जा रही है। भाजपा ने जानकारी दी है कि शपथ ग्रहण समारोह कल 20 अगस्त, सुबह 10:30 बजे राजभवन में आयोजित होगा।
फिलहाल मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री सहित 11 मंत्री हैं। माना जा रहा है कि इस विस्तार में तीन नए चेहरों को जगह दी जाएगी। सूत्र बताते हैं कि छत्तीसगढ़ में ‘हरियाणा मॉडल’ लागू हो सकता है। यानी 90 सदस्यीय विधानसभा में मुख्यमंत्री समेत 14 मंत्री होंगे। संवैधानिक प्रावधान के मुताबिक, किसी भी राज्य के मंत्रिपरिषद का आकार विधानसभा की कुल संख्या का 15% से अधिक नहीं हो सकता। इस हिसाब से छत्तीसगढ़ में अधिकतम 14 मंत्री बनाए जा सकते हैं।
कौन हैं दावेदार?
मंत्री पद की रेस में तीन नाम सबसे ज्यादा चर्चा में हैं—
- गजेंद्र यादव: दुर्ग से विधायक, ओबीसी समाज से आते हैं और लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े हुए हैं।
- गुरु खुशवंत साहेब: आरंग से विधायक और सतनामी समाज के बड़े नेता बलदास साहेब के बेटे हैं। सतनामी समाज अनुसूचित जाति वर्ग की सबसे बड़ी आबादी वाला समुदाय है, जो राज्य की कुल जनसंख्या का लगभग 13% हिस्सा है।
- राजेश अग्रवाल: अंबिकापुर से विधायक, जिन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तत्कालीन उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव को हराया था।
साय सरकार के इस विस्तार को जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है। ओबीसी, अनुसूचित जाति और उत्तर छत्तीसगढ़ को प्रतिनिधित्व देकर भाजपा अपने राजनीतिक समीकरण और मजबूत करना चाहती है। अब देखना यह होगा कि बुधवार सुबह शपथ मंच पर कौन-कौन नए चेहरे दिखाई देते हैं।

